पिछले साल रिलीज हुई फिल्म ‘भूल भुलैया 2‘ से बॉक्स ऑफिस पर धमाल मचा चुकी कार्तिक आर्यन (kartik aaryan) और कियारा आडवाणी (kiara advani) की जोड़ी एक बार फिर फिल्म ‘सत्यप्रेम की कथा‘ में एक साथ हैं। इस पोस्ट में हम सत्यप्रेम की कथा फिल्म (Satyaprem ki katha Review) को रिव्यु करेंगें। इस फिल्म का नाम पहले ‘सत्यनारायण की कथा‘ रखा गया था, लेकिन बाद में विवाद होने के डर के कारन इसे सत्यप्रेम की कथा (Satyaprem Ki Katha) कर दिया गया। “सत्यप्रेम की कथा” की रिलीज ने युवाओं के बीच काफी उत्साह पैदा कर दिया है, फिल्म देश भर के 2,000 से अधिक सिनेमाघरों में प्रदर्शित हुई है। सत्यप्रेम की कथा के लिए जुलाई में बॉक्स ऑफिस पर अच्छी संभावनाएं हैं। कोई अन्य बड़ी रिलीज़ न होने के कारण, फ़िल्म के पास अपने दर्शकों को इकट्ठा करने और तैयार करने के लिए पूरा एक महीना है।
सत्यप्रेम की कथा (Satyaprem ki katha Review) एक पारिवारिक फिल्म है जो ईद पर रिलीज हुई थी। फिल्म का ट्रेलर शादी, रोमांस और भावना के विषयों पर प्रकाश डालता है।
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Satyaprem ki katha Review: ‘सत्यप्रेम की कथा’ की पूरी कहानी यहां पढ़ें
फिल्म की कहानी कुछ ऐसी है। अहमदाबाद में रहने वाला सत्यप्रेम उर्फ सत्तू (कार्तिक आर्यन) एलएलबी फाइनल ईयर में फेल होने के बाद से बेरोजगार है। वह फिलहाल घर पर ही अपने पापा, मम्मी और बहन के साथ रहता है। और घर के कामों में हाथ बटाता है। मोहल्ले के सरे लड़कों की सदी होने के बाद सत्तू मोहल्ले का इकलौता कुंवारा लड़का है, जो रोजाना अपनी शादी के सपने देखता है। एक साल पहले गुजरात की फेमस गरबा नाइट में सत्तू की मुलाकात कथा (कियारा आडवाणी) से होती है।जहां सत्तू कथा को सीधे सीधे प्रपोज़ कर देता है लेकिन कथा के पास पहले से बॉयफ्रेंड होने के कारन सत्तू को मना कर देती है।
लेकिन कहानी एक साल बाद फिर सुरु होती है उसी गरबे से जहाँ सत्तू को पता चलता है की कथा का ब्रेकउप हो गया है।
सत्तू भाई साहेब जो ठहरे एक नंबर के आशिक पहुंच गए सीधे कथा के घर प्रपोज़ करने। जहाँ पर कहानी कुछ ऐसे होती है की कथा के घर वाले सत्तू के साथ कथा की सदी कर देते है। लेकिन ये शादी कथा के मन के मुताबिक नहीं थी जिससे कथा नाराज होती है। लेकिन माँ बाप के दबाव में उसे ऐसा करना पड़ता है। सत्तू के घर वाले और सत्तू बेहद ख़ुश हैं क्यों की कथा एक बड़े घर वाले की बेटी होती है और सत्तू उसे चाहता भी है मतलब सत्तू कथा को प्यार करता है इसलिए वो भी खुश है।
लेकिन शादी के बाद सत्तू और उसके घरवालों का सामना कुछ ऐसे घटनाओं से होता है, जो उन्हें हिलाकर रख देती है। वो कौन सी घटनाएं है। क्या होता है कथा के साथ ये सब जानने के लिए आपको सिनेमाघर जाना होगा।
Satyaprem ki katha Review में कार्तिक आर्यन से लेकर कियारा आडवाणी तक की एक्टिंग की बात
फिल्म में हर तरह का मिश्रण है। इसमें अच्छी अभिनय और सुंदर फोटोग्राफी है। कार्तिक आर्यन और कियारा आडवाणी का प्रदर्शन काबिलियत वाली हैं। कार्तिक आर्यन और कियारा आडवाणी फिल्म में अपनी एक अच्छी छाप छोड़ते है। जैसा की फिल्म की कहानी गुजरात पर आधारित है तो इसलिए फिल्म में गुजरात के कुछ सुंदर फोटोग्राफी वाले सीन भी हैं।
हालाँकि हर फिल्म में कुछ अच्छा तो कुछ बुरा होता है। सत्यप्रेम की कथा फिल्म भी ऐसे ही एक फिल्म है जरुरी नहीं की कहानी के हर पहलु आपको पसंद आएं। लेकिन अगर आप हिंदी रोमांटिक फिल्म के प्रशंसक हैं, तो आपको यह फिल्म पसंद आ सकती है।
अंत में उम्मीद करते है यहाँ आपको सत्यप्रेम की कथा फिल्म का रिव्यु (Satyaprem ki katha Review) अच्छा लगा होगा।